जात-पात, धर्म और ऊंच नीच का भेदभाव, आज के परिवेश के 20वें सदी में भी कुछ निष्क्रिय और समाज के दुश्मनों ने समाज को अपनी ओछी मानसिकता का शिकार बना रहे है। वो अपनी ओछी मानसिकता से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला हैरत करने वाली है। मामला कर्णाटक का है. कर्नाटक के मैसूर में दलित के बाल काटे जाने पर सैलून के मालिक पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
जानकारी के मुताबिक, मैसूर जिले के हल्लारे गांव में मल्लिकार्जुन शेट्टी सैलून चलाते हैं, पिछले कई दिनों से उनका पूरा परिवार सामाजिक बहिष्कार झेल रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने दलितों और पिछड़े वर्ग के लोगों के बाल काटे हैं। हल्लारे गांव के ऊंची जाति के लोगों ने यह फरमान सुनाया है और मल्लिकार्जुन पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया है। मल्लिकार्जुन ने कहा, कुछ दिन पहले उनकी दुकान पर ऊंची जाति के लोग आए थे और उन्होंने मल्लिकार्जुन को धमकी दी थी कि वो दलितों के बाल ना काटें।
सैलून के मालिक ने कहा, जब मैंने शिकायत करने की बात कही तो मुझे धमकी दी गई, मारपीट की गई और पांच हजार रुपये भी छीन लिए। इस मामले को लेकर नंजनगुड रूरल पुलिस का कहना है कि मल्लिकार्जुन खुद मामला नहीं दर्ज कराना चाहते हैं। इसलिए दोनों पक्षों से बात करके इस मामले का निपटारा कर दिया गया है।