इस अंक में एक ऐसा खुलासा कि आप सोचकर हैरत में पड़ जाएंगे कि भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहीम चलाने के नाम पर यश, कीर्ति, नाम कमाने के बाद खुद भ्रष्टाचार के के कोख में जा पहुंचे और बन गए भ्रष्टाचार के जनक, पत्रकार और ईमानदार के लिबास में रंगा सियार (बृज का रंगा सियार) ने लगा दिया देश-प्रदेश को करोङो का चुना।
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